Saturday 10 January 2015

मनरेगा में घोटाला का खुलासा





कल्याणपुर प्रखंड अन्तर्गत पुरुषोतमपुर पंचायत के तत्कालीन मुखिया का दस पारिवारिक रिश्तेदार मनरेगा का मजदूर है जबकि इनकी आर्थिक स्थिति ठीक है।मुखिया का पुत्र,पुत्री,भाई,भाभी,समधिन,दामाद सभी के नाम पर मास्टर रोल बनाकर मजदूरी का अवैध निष्कासन किया गया है।मजदूरों का एक मास्टर रोल पर मौजूद हस्ताक्षर/ LTI उसके अन्य मास्टर रोल पर मौजूद हस्ताक्षर/LTI से आपस में भिन्न है।रामशीष,रामअसीष,रामअषीस,गुलवीया,गुलबीया,अंजुम,अनजुम,राजकुमार,रानकुमार-अलग अलग मास्टर रोल पर हस्ताक्षर में इस तरह की भिन्नता है जिससे प्रमाणित होता है कि एक ही मजदूर का एक से ज्यादा लोगों द्वारा हस्ताक्षर किया गया।आरटीआई जवाब में पौने तीन साल बीत जाने के बावजूद कार्य अपूर्ण बताया गया है।
इस पंचायत के वार्ड 2 का वार्ड सदस्य उमेश राय को मुखिया,रोजगार सेवक आदि द्वारा मनरेगा में की जाने वाली गड़बड़ी का विरोध करने के कारण योजना पंजी फाड़कर सरकारी कामकाज में बाधा डालने के फर्जी आरोप में फंसा दिया गया।इसलिए मुखिया,रोजगार सेवक आदि के गड़बड़ी के विरुध्द मिले प्रमाण का उपयोग कोर्ट में सबूत के रुप में किया जा सकेगा।
सर्वप्रथम मास्टर रोल की छायाप्रति के लिए प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को मैंने आरटीआई आवेदन भेजवाया।सूचना नहीं देने पर प्रथम अपील दायर करवाया जिसपर निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन,जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ने कार्यक्रम पदाधिकारी को सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।फिर कार्यक्रम पदाधिकारी के आदेश पर रोजगार सेवक द्वारा सूचना दिया गया।
इन गड़बड़ियों के विरुध्द जिला अधिकारी,पुलिस अधीक्षक,विजिलेंस,आर्थिक अपराध इकाई आदि जगह शिकायत दायर की जा रही है।

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