Saturday 7 June 2014

FRAUDULENT ADMISSION IN IITs AND MEDICAL COLLEGES

चिरंजीवी राय,प्राचार्य,जवाहर नवोदय विद्यालय,बिरौली,समस्तीपुर के विरुध्द उसके दो बेटा के Fraudulent Admission के मामले में कुछ दिन पहले केन्द्रीय सतर्कता आयोग(CVC) ने CVO जांच का आदेश देते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी(CVO) को जांच कर रिपोर्ट आयोग को सौंपने का आदेश दिया है।इस केस में सिर्फ चिरंजीवी राय और उसका दो पुत्र ही अभियुक्त नहीं है बल्कि IIT-JEE 2012 आयोजित कराने वाला IIT और 18077 रैंक पर नामांकन लेने वाला सरकारी मेडिकल कॉलेज भी अभियुक्त है।अभी मुख्य सतर्कता अधिकारी केन्द्रीय सतर्कता आयोग को जांच रिपोर्ट सुपुर्द करेंगे,उसके बाद सतर्कता आयोग आगे की कार्रवाई करेगी।मुख्य सतर्कता अधिकारी द्वारा अभियुक्तों को बचाने और फिर उस रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई करने से मना करने पर मुख्य सतर्कता अधिकारी और केन्द्रीय सतर्कता आयोग को भी अभियुक्त बनाया जाएगा।

चिरंजीवी राय का बेटा रवि रंजन के विरुध्द मुझे दस्तावेजी सबूत प्राप्त हुए हैं कि रवि रंजन NEET 2013 का परीक्षा में धोखाधड़ी करके बैठा था और राहुल रंजन ने मेरे साथ फेसबुक वार्तालाप में खुद परोक्ष रुप से स्वीकार किया है कि उसका IIT में नामांकन सेटिंग पर हुआ है।रवि रंजन गणित से वर्ष 2012 में CBSE से बारहवीं परीक्षा दिया जिसके आधार पर JEE MAIN 2013 का फार्म भरा।लेकिन 2013 में ही NEET का परीक्षा भी दिया जिसके लिए बारहवीं में जीवविज्ञान से उत्तीर्ण होना जरुरी है।इसका मतलब उसने गणित के साथ साथ जीवविज्ञान से भी बारहवीं का परीक्षा दिया।मतलब एक साथ दो प्रमाणपत्र का उपयोग कर रहा है जो धोखाधड़ी है।मेरे पास रवि रंजन का CBSE वाला बारहवीं का MARKS SHEET,JEE MAIN का ADMIT CARD और MARKS SHEET तथा NEET का Admit Cart और MARKS SHEET उपलब्ध है।वह जीवविज्ञान से बारहवीं का परीक्षा NIOS से दिया है।मतलब उसने एक साथ दो प्रमाणपत्र का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी करने के साथ साथ दो बोर्ड का इस्तेमाल करके भी धोखाधड़ी करने का कार्य किया है।रवि रंजन का 18077 All India रैंक होने के बावजूद पश्चिम बंगाल के एक अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज में नामांकन हो गया जबकि 18077 रैंक पर नामांकन नहीं होता।

राहुल रंजन से फेसबुक वार्तालाप में मैंने पूछा था कि क्या IIT सेटिंग और पैसा पर भी होता है।उसने जवाब दिया कि क्या हुआ।फिर मैंने कहा कि उसने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया।फिर उसने जवाब दिया कि नहीं,क्यों क्या हुआ।मैंने उसके बारे में नहीं पूछा था कि उसका नामांकन सेटिंग और पैसा पर हुआ भी है,उसके बावजूद उसने दो बार बोला कि क्या हुआ।जब उसका नामांकन सेटिंग और पैसा पर नहीं हुआ होता तो वो सीधे मेरा सवाल का जवाब देता ना कि क्या हुआ दो बार बोलता।राहुल रंजन का जवाब उसे संदिग्ध के रुप में प्रस्तुत करती है और CrPC का धारा 157 में लिखा है कि यदि अपराध पर संदेह करने का आधार है तो अपराध की जांच होनी चाहिए।इसलिए राहुल रंजन के विरुध्द जांच होनी चाहिए।

आप निम्न डिटेल के आधार पर रवि रंजन का Result Card देख लीजिए।
DOB-24/04/1995
JEE MAIN 2013 का Roll NO.90522452,
CBSE CLASS 12 Of Year 2012 का ROLL NO.7633569
NEET-UG 2013 का ROLL NO.81815403 and NEET-UG 2013 REGISTRATION NO.1774554.

(Photo:Letter received from the Central Vigilance Commission)
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