Sunday 11 May 2014

फेसबुक को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाए।


 
 फेसबुक को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाए।आधार कार्ड नंबर डालने के बाद ही फेसबुक बनेगा।आधार कार्ड का डाटा फेसबुक के पास उपलब्ध होना चाहिए ताकि फेसबुक मिला सके कि वह व्यक्ति जिस नाम से फेसबुक बना रहा है,उसी नाम से उसका आधार कार्ड है या नहीँ।इसके लिए जरुरी है कि भारत मेँ सभी नागरिकोँ का यथाशीघ्र आधार कार्ड बन जाए।जिस देश मेँ आधार कार्ड सिस्टम लागू नहीँ है,वहाँ फोन नंबर का कस्टमर केयर Verification के आधार पर फेसबुक बनाने का प्रावधान किया जाना चाहिए लेकिन जिन लोगोँ ने फर्जी नाम से सिम कार्ड निर्गत करवा रखा है,वह फर्जी प्रोफाइल बनाने मेँ सक्षम हो जाएंगे।लेकिन फर्जीवाड़ा मेँ काफी कमी आएगी।ये प्रावधान सभी सोशल साइटस के लिए लागू होना चाहिए।
 
सर्वप्रथम देश के हरेक नागरिक का आधार कार्ड बन जाना चाहिए।फिर सरकार को आधार कार्ड का डाटा फेसबुक को देना पड़ेगा।जब कोई व्यक्ति फेसबुक खाता खोलना चाहेगा तो उस व्यक्ति द्वारा यूजरनाम,जन्मतिथि आदि डालने के बाद उसका आधार कार्ड नंबर मांगा जाएगा और उसका मिलान फेसबुक अपने पास उपलब्ध डाटा से करेगी कि उस आधार कार्ड नंबर का क्या वही व्यक्ति है?
 
 
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नक्सली अब कोई अधिकार के लिए नहीँ लड़ रहा है।वो अब सिर्फ समानांतर सरकार चलाना जानता है।हिंसा पर उतारु होने से पहले सिस्टम से जूझना भी तो चाहिए था।बगैर संघर्ष किए हिंसा पर उतारु हो गए,ये कायरता है।आप कहेँगे कि जूझने के लिए मानसिक परिपक्वता नहीँ है।लेकिन प्लान बनाकर हिंसा करने और लोगोँ को गुमराह करने के लिए मानसिक परिपक्वता इन हिँसा करने वालोँ मेँ कैसे आई?मुझे लगता है कि एक संतुलित हिँसा सबसे आखिरी विकल्प होना चाहिए।अहिँसा के माध्यम से जूझने के बाद जब काम न बने तब संतुलित हिँसा पर उतारु होना चाहिए।एकाएक हिँसा पर उतारु होना कायरता है।वैसे यदि हम सत्य के साथ अहिँसा का पालन करे तो हिँसा करने की जरुरत भी नहीँ पड़ेगी।जब हम अहिँसक राह पर चलते हैँ,उस वक्त हम पूर्णतः सत्य माध्यम पर खड़ा नहीँ होते हैँ।इसलिए हम भटक जाते हैँ या हिँसा का रुप अख्तियार कर लेते हैँ।
1 हिँसा करने की जरुरत भी नहीँ पड़ेगी यदि हम अहिँसा के साथ सत्य माध्यम पर भी खड़ा हो।मतलब सत्य और     अहिँसा को एक साथ लेकर चलने के बाद ये संभव ही नहीँ है कि हम हिँसा को अपना ले।



2 comments:

  1. How can we trust on Facebook .Facebook can misuse them or spy on ourselves.Facebook can change anything our identity also.it is like giving power to one rather than whole govt.

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    1. Through Aadhar Card,they will only get our identity.By only getting identity,they can't misuse and if they will misuse,then also the effect of misuse will be less than the present effect of fake accounts...

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